हेल्लो दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में interest meaning in hindi के बारे में जानेगे, ये तो आप सभी को पता ही है की आज के समय लोग दिन रात मेहनत करके पैसे कमाते है, जिससे की वो अपनी लाइफ स्टाइल पहले से भी और बेहतर कर सके. ऐसे में लोग पैसे कमा कमा कर उसके अपने बैंक में व् अन्य जगह जैसे शेयर मार्किट आदि में निवेश करते है !
ऐसे में यदि आप भी अपने पैसे को निवेश करते हो तो ऐसे में आपने कही न कही interest शब्द को सुना ही होगा, लेकिन ऐसे में यदि आपको नही पता है की bank interest meaning in hindi क्या है या फिर interest calculation क्या है जिसके चलते आप गूगल पर interest ka hindi arth आदि सर्च करते रहते हो तो ये पोस्ट खास आपके लिए ही है ! जहाँ पर हम आपको interest meaning in hindi के बारे में बारीकी से बतायेगे.
ऐसा शुल्क या राशि जो आप किसी से उधार लिए गए ऋण या धनराशि पर चुकाते हैं, उसे ब्याज या Interest कहते हैं ! जिसके हम ब्याज व् सूद ने नाम से भी जानते है लेकिन हम आपको आपकी जानकारी के लिए बता दे की Interest को ही हम सूद, ब्याज आदि कहते है !
ऐसे में जब आप अपने बैंक में पैसे लम्बे समय व् कुछ समय के लिए निवेश करते है तो ऐसे में आपको उसके उपर जो ब्याज प्रदान किया जाता है तो ऐसे में उस ब्याज हो ही हम interest के नाम से जानते है.
जब आप बैंक में अपने पैसे को जमा करते हैं तो बैंक आपको जमा की गई राशि के ऊपर एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित दर पर ब्याज देता है ! इसी ब्याज की निश्चित दर को ब्याज दर या Interest Rate कहते हैं ! यह एक निश्चित अवधि आमतौर पर 1 महीने से लेकर 1 वर्ष या इससे कही अधिक हो सकती है ऐसे में बैंक आपको उसके उपर interest प्रदान करती है
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यदि आप अपने पैसे को कही निवेश करते हो या फिर किसी से पैसे उधार लेते हो तो ऐसे में आपको सबसे पहले interest के बारे में पता होना चाहिये ! यदि आपको नही पता है की interest कितने प्रकार के है तो आप हमारे द्वारा बातये गये निम्नलिखित पॉइंट्स को स्टेप बी स्टेप फॉलो कर सकते हो. जहाँ पर हमने आपको आसान शब्दों में interest कितने प्रकार के होते है इसके बारे में बारीकी से बताया है !
साधारण ब्याज एक ऐसा ब्याज है, जिसके उपर कोई भी ब्याज नही लगता है ! यह चक्रवती ब्याज से भी कही कम होता है. इसके उपर कोई भी compunding interest नही लगता है ! साधारण ब्याज की गणना आपके द्वारा उधार लिए गए धनराशि के उस हिस्से पर की जाती है जिसे अभी तक चुकाया नहीं गया है !
साधारण ब्याज आपकी मूल राशि पर ब्याज की गणना करने का सबसे आसान तरीका है!इसमें ब्याज उसी मूल राशि पर लगाया जाता है जो अभी चुकानी बाकी है और वही जो राशि आपके द्वारा चूका दी गयी है चुका दी गई है उस पर कोई ब्याज नहीं लगता है !
Example: मान लो, आपने किसी से 1000 रुपये उधार लिये 12% वार्षिक की दर से 1 वर्ष के लिये, तो आपको 1 वर्ष पश्चात 120 रुपये ब्याज के चुकाने होंगे !
(simple) = मूलधन × दर × समय = 1000 × 12 × 1 = 120
100 100
(simple) = 120
यहाँ I(simple) साधारण ब्याज हैं !
कुल राशि = मूलधन + ब्याज = 1000 + 120 = 1120
चक्रवृद्धि ब्याज भी एक ब्याज ही होता है, लेकिन यह साधारण ब्याज से बहुत ज्यादा होता है. यदि हम इसको आसान भाषा में समझे तो ब्याज के उपर लगे हुए ब्याज को ही चक्रवती ब्याज के नाम से जानते है. ऐसे में लंबी अवधि के लिए उधार लिए गए धनराशि पर चक्रवृद्धि ब्याज साधारण ब्याज से काफी अधिक हो जाता है ! यह अधिक इसलिए होता है क्योंकि बकाया ब्याज को देय बकाया राशि में जोड़ा जाता है !
मैं आशा करता हूँ, आप सभी को Interest Meaning In Hindi व् Interest Meaning in Hindi Sentence अच्छे से समझ आया होगा, यदि अभी भी आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट्स में जरुर बता सकते है. हमें आपके सभी सवालों का जवाब देते हुए बहुत ख़ुशी होती है.
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