नमस्कार दोस्तों, स्वागत है हमारे वेबसाइट पर आज की पोस्ट में हम बात करेंगे Earthing kya hai और इसकी जरूरत इलेक्ट्रिक उपकरण में क्यों है। अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आर्टिकल को आखिरी तक पढ़ेंगे आइए जानते हैं-
Earthing kya hai
अर्थिंग का मतलब होता है इसीलिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन के बॉडी में विद्युत धारा प्रवाहित ना हो सके। इसके लिए मशीन को अर्थिंग किया जाता है ताकि मनुष्य और जीव-जंतु उसके संपर्क में आए तो उसे विद्युत के झटके ना लगे उसकी पूरी प्रक्रिया को ही हम लोग अर्थिंग के नाम से जानते हैं I
न जाने कब आकाश से बिजली गिरने, High Voltage aane se , या किस मनुष्य , जीव जंतु के Electric Gadgets के संपर्क में आने पर आपको बिजली का झटका लग सकता है । जिससे बचने और आपके घर के bijli connection को High Voltage से बचाने के लिए Earthing krna bahut jaruti है। Earthing kya hai क्या अब आपको आसानी से समझ में आया होगा।
What is Earthing in Hindi
Believe in Yourself in Hindi | Believe in Yourself को हिंदी में क्या कहते है ?
Earthing कितने प्रकार के होते हैं ? Types of Earthing
Earthing kya hota hai यह तो समझ आया होगा। अब Earthing Kitne Parkar ke hote hai ? मुख्य तौर पर दो प्रकार होती है लेकिन सामान्य तौर पर अगर इसे देखा जाए तो तीन प्रकार की होती है जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु आंसर देंगे जो इस प्रकार है
पाइप अर्थिंग (Pipe earthing):
Pipe earthing में 3 से 5 मीटर गड्ढा किया जाएगा और ओवर वोल्टेज होने पर इसमें GI Pipe को गाड़ दिया जाएगा I Pipe का एक सिरा जमीन के बाहर निकाल दिया जाएगा जिसे उपकरण के साथ कनेक्ट किया जाएगा पाइप के बाहर जितने प्रकार के उपकरण होंगे। उन सब को कॉपर कंडक्टर के द्वारा कनेक्ट किया जाएगा, ताकि अगर विद्युत धारा प्रवाहित भी हो तो व्यक्ति को विरोध के झटके ना लगे क्योंकि कॉपर विद्युत का सुचालक होता है।
प्लेट अर्थिंग (Plate earthing):
प्लेट अर्थिंग में एक प्लेट को मेटल के साथ कनेक्ट कर उसे 3 से 5 मीटर गहरे गड्ढे में खोदकर उसे दबाया जाता है। इस प्लेट से घर के सभी उपकरण को कनेक्ट किया जाता है। ताकि अगर किसी भी उपकरण में बिजली लीकेज होती है तो पूरी बिजली जमीन के अंदर चली जाएगी और किसी भी व्यक्ति को कोई भी झटका नहीं लगेगा।
केमिकल अर्थिंग – Chemical Earthing
आज की तारीख में केमिकल अर्थिंग का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। इसका इस्तेमाल ऐसी जगह पर होता है जहां बड़े-बड़े कल कारखाने होते हैं। यहां पर सबसे पहले जी आई पाइप गड्ढा कर दबाया जाता है और उसके बाद अगल-बगल केमिकल का छिड़काव किया जाता है।
Earthing जरूरत क्यों पड़ती है
आज की तारीख में घर फैक्ट्री या कोई स्थान हो वहां पर अर्थिंग करवाना काफी आवश्यक है। अगर आप अपने घर में Electric meter लगाना चाहते हैं तो वहां पर भी आपको Earting krwane की जरूरत है। क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो बिजली के झटके आपको कभी भी जा सकते हैं क्योंकि घर में विद्युत कभी भी लिख कर दिया उसका कनेक्शन loose हो सकता है ऐसे में आपको Electric Shock झटके लग सकते हैं। इसके Voltage Stabilization और Overload Protection के लिए अर्थिंग करवाना आवश्यक है।
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Earthing करने के क्या फायदे हैं
- विद्युत के झटके से बचा जा सकता है
- Over Voltage होने पर दूसरे प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को नुकसान होने से बचाया जा सकता है
- आकाशीय बिजली से आपके इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट को बचाता है
- Voltage stabilization करने में मदद करता हैI
निष्कर्ष
आशा करते है के दोस्तों आपको Earthing Kya hai ? अच्छे से समझ आया होगा । अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते यही । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सॉइल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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